Harinaam is the Essence | हरिनाम ही सार है
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏जप वार्तादिनांक: जून 18, 2025, लाडली कुंज, वृंदावन 👉 कर लो भजन श्रीकृष्ण का, यह काम आएगा।छूटेंगे धन व जन, मगर यह साथ जाएगा॥ 👉 इतना जप कर कि हद कर दे।कि यमराज भी अपना खाता रद्द कर दे॥ 👉 राम नाम […]
Ways to Control the Mind | मन को वश में करने का उपाय
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏जप वार्तादिनांक: जून 16, 2025, लाडली कुंज, वृंदावन 👉 कौमार आचरेत्प्राज्ञो धर्मान्भागवतानिह।दुर्लभं मानुषं जन्म तदप्यध्रुवमर्थदम्॥(श्रीमद्भागवत महापुराण ७.६.१) 👉 जो तुझसे न सुलझे तेरे उलझे हुए धंधे, कृष्ण के इंसाफ पे छोड़ दे तू बंदे।जो तू न कर सका, वो भगवान करेगा, और […]
One Can Achieve Vaikuntha Dham Through This Human Body | मनुष्य शरीर से हम वैकुण्ठ धाम जा सकते हैं।
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏जप वार्तादिनांक: जून 15, 2025, लाडली कुंज, वृंदावन मुख्य प्रवचन बिंदु शास्त्र प्रमाण एवं प्रेरक विचार 📲 हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें +91-90860-06726 पर ADD लिखकर भेजें।धन्यवाद 🙏 🎥 पूरा प्रवचन यहाँ देखें: Highlights from the discourse of His Holiness Srila Nava […]
Once the Hell (Netherworld) Became Empty | एक बार नरक खाली हो गए
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏जप वार्तादिनांक: जून 14, 2025, लाडली कुंज, वृंदावन मुख्य प्रवचन बिंदु श्लोक और प्रेरक विचार Highlights from the discourse of His Holiness Srila Nava Yogendra Swami ji Maharaj 🙏Japa TalkDate: June 14th, 2025, Ladali Kunj, Vrindavan Key Teachings Scriptures & Reflections 📲 […]
One Should Pray to Gurudev with Humility | गुरुदेव से विनम्रता की प्रार्थना करनी चाहिए।
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏मंगल आरती प्रवचनदिनांक: जून 11, 2025, मॉरीशस मुख्य प्रवचन बिंदु श्लोक और विचार Highlights from the discourse of His Holiness Srila Nava Yogendra Swami ji Maharaj 🙏Mangal Aarti SermonDate: June 11th, 2025, Mauritius Key Takeaways Verses and Reflections 📲 Join Our WhatsApp […]
One Should Read Srimad Bhagavatam Daily |श्रीमद्भागवतम का नित्य सेवन करना चाहिए।
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏मंगल आरती प्रवचनदिनांक: जून 9, 2025, मॉरीशस मुख्य प्रवचन बिंदु श्लोक और विचार Highlights from the discourse of His Holiness Srila Nava Yogendra Swami ji Maharaj 🙏Mangal Aarti SermonDate: June 9th, 2025, Mauritius Key Takeaways Scriptures and Reflections 📲 Join Our WhatsApp […]
One Should Not Live Like an Ox in a Mill | कोल्हू के बैल की तरह जीवन नहीं जीना है
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏रविवारीय सत्संगदिनांक: जून 8, 2025, मॉरीशस मुख्य प्रवचन बिंदु 👉 दो बातन को भूल मत, जो चाहत कल्याण।नारायण इक मौत को, दूजे कृष्ण भगवान।। 👉 ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशेऽर्जुन तिष्ठति।भ्रामयन्सर्वभूतानि यन्त्रारूढानि मायया॥(भगवद गीता १८.६१) 👉 अन्तकाले च मामेव स्मरन्मुक्त्वा कलेवरम्।यः प्रयाति स मद्भावं […]
The Pastime of the Appearance of Mother Ganga | गंगा मैया के प्राकट्य की कथा
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏संध्याकालीन सत्संगदिनांक: जून 7, 2025, मॉरीशस मुख्य प्रवचन बिंदु 👉 काम एष … वैरिणम्॥ (गीता 3.37) 👉 अन्तकाले … नास्त्यत्र संशयः॥ (गीता 8.5) 👉 मन एव … निर्विषयं स्मृतम्॥ (ब्रह्मबिन्दूपनिषद् 2) 👉 कृते … कलौ तद्धरिकीर्तनात्॥ (भागवत 12.3.52) 👉 नायं देहो … […]
Humility is the Jewel of a Vaishnava | विनम्रता वैष्णव का गहना है।
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏मंगल आरती प्रवचनदिनांक: जून 5, 2025, मॉरीशस 👉 स वै पुंसां परो धर्मो यतो भक्तिरधोक्षजे।अहैतुकीअप्रतिहता ययात्मा सुप्रसीदति॥(श्रीमद्भागवत महापुराण १.२.६) 👉 कृष्णवर्णं त्विषाकृष्णं साङ्गोपाङ्गास्त्रपार्षदम्।यज्ञै: सङ्कीर्तनप्रायैर्यजन्ति हि सुमेधस:॥(श्रीमद्भागवत महापुराण ११.५.३२) 👉 यारे देख, तारे कह ‘कृष्ण’ – उपदेश।आमार आज्ञाय गुरु हञा तार’ एइ देश॥(चैतन्य […]
How Does One Escape From Mental Domination (Unruliness)? | मन की अधीनता से कैसे निकला जाए?
परम पूज्य श्रील नव योगेन्द्र स्वामी जी महाराज के प्रवचन से मुख्य अंश 🙏मंगल आरती प्रवचनदिनांक: जून 3, 2025, मॉरीशस 👉 रामहि केवल प्रेम पियारा। जानि लेहु जो जान निहारा॥(श्री रामचरितमानस, अयोध्याकाण्ड, चौपाई) 👉 कृष्ण-बहिरमुख हना भोग वाञ्छा करे।निकटस्थ माया तारे जपतिया धरे॥(श्री श्री प्रेम-विवर्त ६.२) 👉 भक्त्या मामभिजानाति यावान्यश्चास्मि तत्त्वत:ततो मां तत्त्वतो ज्ञात्वा विशते […]